The 2-Minute Rule for वशीकरण मंत्र किसे चाहिए
The 2-Minute Rule for वशीकरण मंत्र किसे चाहिए
Blog Article
इस तरह की साधना भी वही काम करती है. ये साधक में एक आकर्षण या फिर चुम्बकीय प्रभाव पैदा करती है जिसकी वजह से कोई भी उनके आकर्षण से बच नहीं पाता है.
ॐ नमो आदेश गुरु का एक फूल फूल भर दोना चौंसठ योगिनी ने मिल किया टोना फूल फूल वह फल न जानी हनुमन्त वीर घेर घेर दे आनी जो सूंघे इस फूल की बास उसका जी प्राण हमारे पास सोती होय तो जगाय लाव बैठी होय तो उठाय लाव और देखे जरे बरै, मोहि देखि मोरे पायन परे मेरी भक्ति गुरु की शक्ति फुरो मन्त्र ईश्वरो वाचा वाचा वाची से टरे तो कुम्भी नरक में परे।
विधि: मंत्र सिद्धि के लिए, किसी भी ग्रहणकाल के दौरान एक मिट्टी का चौमुखा दीपक और चार लौंग लेकर किसी पवित्र स्थान पर बैठें। दीपक में चमेली का तेल डालें और चार बत्तियों को तेल में भिगोकर जलाएं। दीपक को इस प्रकार रखें कि प्रत्येक बत्ती का मुँह अलग-अलग चार दिशाओं की ओर हो। प्रत्येक बत्ती के पास एक लौंग रखें। ग्रहण के आरंभ से लेकर उसके समाप्त होने तक मंत्र का निरंतर जाप करें।
ॐ ऐं ह्रीं क्लीं (अमुक) मम वश्यं कुरु कुरु स्वाहा॥
ॐ भगवती भग भागदायिनी ‘देवदत्ती’ मम मोहय कुरु कुरु स्वाहा।
राजहंस का स्वतः गिरा हुआ पंख, कोचनी का पुष्प एवं सफेद गाय का दूध- इन सबको मिलाकर खीर बनाएं। फिर उपर्युक्त मन्त्र द्वारा खीर की एक सौ आठ आहुतियाँ दें। इससे मन्त्र सिद्ध हो जाएगा। प्रयोग के समय नित्य ग्यारह दिनों तक इसी मन्त्र का एक सौ जप करके इच्छित स्त्री या पुरुष का ध्यान करें। जिसका भी ध्यान किया जाएगा, वह वश में हो जाएगा।
इससे आपका कार्य फलित होगा ही मोहन का प्रभाव भी बना रहेगा.
ध्यान दे : मोहन तिलक के प्रभाव का समय काल बहुत कम होता है जिसकी वजह से आप इसे ज्यादा समय तक नहीं कर सकते है.
तीन दिन के बाद जाप समाप्त होने पर नारियल किसी नदी में ससम्मान प्रवाहित कर दें
वशीकरण मंत्र का उपयोग करने के लिए कई तरीके हैं। यहां कुछ प्रमुख तरीके दिए गए हैं:
ॐ क्लीं ह्रीं श्रीं ठः ठः (अमुका) मम वश्यं कुरु कुरु स्वाहा॥
ॐ नमो काल भैरव काली रात काला आया आधी रात चलै कतार बांधू तू बावन वीर पर नारी सो राखै सीर छाती घरिके वाको लाओ सोती होय जगा के लाओ बैठी होय उठा के लाओ शब्द read more सांचा पिण्ड काचा फुरो मन्त्र ईश्वरो वाचा सत्य नाम आदेश गुरु का।
इस लेख में, हम वशीकरण मंत्र के बारे में विस्तार से चर्चा करेंगे और यह जानेंगे कि इसका उपयोग कैसे किया जाता है और इसके पीछे की विज्ञानिक और सांस्कृतिक दृष्टिकोण क्या है।
वीडियो देश विदेश खेल समाचार मनोरंजन राज्य लाइफ़स्टाइल धर्म-कर्म शिक्षा स्वास्थ्य